Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने कहा, "मानव जीवन की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। जहां भी ज़रूरत पड़ी, पुलिस ने कार्रवाई की है। अगर स्थिति गंभीर हुई तो पुलिस कठोरतम कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगी। जो लोग आग और जनभावनाओं से खेल रहे हैं, वे सावधान हो जाएं।"
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस की संयम को उसकी कमजोरी न समझा जाए और यदि हालात बिगड़े तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने कहा, "मानव जीवन की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। जहां भी ज़रूरत पड़ी, पुलिस ने कार्रवाई की है। अगर स्थिति गंभीर हुई तो पुलिस कठोरतम कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगी। जो लोग आग और जनभावनाओं से खेल रहे हैं, वे सावधान हो जाएं।"
डीजीपी ने बताया कि शुक्रवार को मुर्शिदाबाद के सूती इलाके में हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को चार राउंड गोली चलानी पड़ी, जिसमें दो लोग घायल हुए। हालांकि अब दोनों खतरे से बाहर हैं और स्थिति नियंत्रण में है।
राज्य के एडीजी (कानून-व्यवस्था) जावेद शमीम ने अफवाहों को लेकर चेताया और कहा, "ग़लत ख़बरें फैलाने की एक फैक्ट्री चलाई जा रही है। सभी लोग सतर्क रहें। अब तक 118 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।"
डीजीपी राजीव कुमार ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा, "कृपया कानून को हाथ में न लें। अफवाहें फैलाकर माहौल न बिगाड़ें। पुलिस को सूचना दें, हम हालात संभालेंगे। कंट्रोल रूम सक्रिय है और किसी भी गड़बड़ी की सूचना तुरंत दी जा सकती है।"
राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने भी जंगीपुर में हुई हिंसा को लेकर चिंता जताई है और इस पर एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, "लोकतंत्र में विरोध का अधिकार है, लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उपद्रवियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।" राज्यपाल ने इस संबंध में मुख्य सचिव से रिपोर्ट भी तलब की है।
उधर, शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान फारेक्का के एसडीपीओ घायल हो गए। वहीं, तृणमूल सांसद खलीलुर रहमान को भी जंगीपुर के धुलियान इलाके में प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा। खलीलुर ने कहा, "मैं सजूर मोड़ पार कर रहा था, तभी प्रदर्शनकारियों ने मुझे घेर लिया और अपशब्द कहे। वहां किसी संगठन का झंडा या नेता नहीं था। बाद में पुलिस ने मुझे सुरक्षित निकाला।" एक स्थानीय सूत्र ने बताया कि सांसद के दफ्तर पर भी हमला किया गया।
राज्य में जारी इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच पुलिस और प्रशासन दोनों ने स्पष्ट कर दिया है कि शांति भंग करने वालों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।